क्या हैं शुगर फ्री टेबलेट and शुगर फ्री टेबलेट से होने वाले नुकसान | Disadvantage of sugar free tablets in Hindi

भागदौड़ भरी जिंदगी और व्यस्त जीवनशैली ने लोगों की जिंदगी बदल कर रख दी है।

कोविड-19 और लॉकडाउन ने रही सही कसर भी पूरी कर दी। नये आंकड़े बताते हैं

 कि कोविड-19 संक्रमण और लॉकडाउन  के कारण Diabetes के मरीजों की संख्या

 बढ़ी है। वहीं उन लोगों की भी संख्या कम नहीं है जो डायबिटीज के क्रोस लेबल पर

 हैं। इससे बचने के लिए लोग ने मीठे का परहेज करना शुरु कर दिया है और उसकी

 जगह शुगर फ्री (Sugar Free Pills) गोलियों से अपनी चाय या कॉफी में मिठास बढ़ा

 रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं अब तो बाजार में शुगर फ्री मिठाइयां भी उपलब्ध होने

 लगी हैं। पर क्या शुगर फ्री टेबलेट्स आपके डायबिटीज से मुक्त रहने की गारंटी देती

हैं? चलिये जानते हैं कि आपके लिए कितनी हेल्दी हैं शुगर फ्री गोलियां।   


डायबिटी और दुनिया भर के आंकड़े

WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में लगभग 400 मिलियन लोग डायबिटीज(Diabetic) बीमारी का शिकार हैं। इस खतरनाक बीमारी में इंसुलिन लेवल असंतुलित हो जाता है। कोरोनावायरस भी उन लोगों के लिए घातक हो सकता है, जो पहले से ही डाबयिटीज के शिकार हैं। साथ ही इस संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद बहुत से लोगों ने शुगर लेवल बढ़ जाने की शिकायत की है। तो क्या उन्हें शुगर फ्री पिल्स का सेवन करना चाहिए?


क्या हैं शुगर फ्री पिल्स 


वर्तुअल हॉस्पिटल में डाइटीशियन डॉ. जय्श्री का मानना है कि अधिकांश लोग यह सोचते हैं कि शुगर फ्री की गोलियां खाने से वह शुगर जैसी बिमरी से बचे रहेंगे अर्थात उन्हें डायबिटीज नहीं होगी और ये शुगर फ्री उनके लिए हेल्दी भी होगा। लेकिन यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। 

दरअसल खूबसूरत पैकेजिंग में लपेट कर बेचे जा रहे  शुगर फ्री दरसल आर्टिफिशियल स्वीटनर्स  होते हैं। जो आपको डायबिटीज से बचने का विकल्प लग सकते हैं, लेकिन इनके अधिक सेवन से दिल के रोग और हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है।”

उनकी सलाह है कि शुगर के मरीजों को शुगर फ्री गोलियों की जगह गुड़, देसी खांड

 या ब्राउन शुगर, शहद जैसे प्राकृतिक विकल्पों की ओर रुख करें। पर याद रहे कि

 अधिकता हर चीज की बुरी है।

चेक करें शुगर लेबल


किसी भी शुगर फ्री गोली को खरीदने से पहले उस की डिब्बी पर उसमें प्रयोग किए जाने वाली सामग्री की लिस्ट को जरूर देखें। यदि आपको सैकरिन, एस्पार्टेम, रेबियाना व सुक्रोज जैसे नाम लिस्ट में मिलते हैं, तो समझ जाएं कि ये आपके सेहत के लिए हानिकारक हैं।


क्यों खतरनाक हैं ये कृत्रिम स्वीटनर्स

कृत्रिम स्वीटनर हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक हैं। इन्हें हानिकारक इनमें प्रयोग किए जाने वाले केमिकल बनाते हैं। जहां तक संभव हो आप इन आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के प्रयोग से बचें।

 

शुगर फ्री पिल्स के साइड इफेक्ट


1.   कृत्रिम शुगर का लंबे समय तक प्रयोग आपको कैंसर जैसे रोग से ग्रसित कर सकता है।

2.    शुगर फ्री से वजन कम नहीं होता, परंतु तमाम विज्ञापनों के माध्यम से लोगों में इस तरह की बातें फैली हुई हैं कि शुगर फ्री गोलियों के सेवन से आप फिट रहती हैं। 

3.   शुगर फ्री का सेवन आपकी भूख पर भी प्रभाव डालता है। इससे आपका  मेटाबॉलिज्म भी धीरे-धीरे कम होने लगता है। 

4.   शुगर फ्री अधिक सेवन से नींद न आना, घबराहट ,चिड़चिड़ापन, सिर में दर्द या जोड़ों में दर्द जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।

5.   शुगर फ्री के अधिक प्रयोग से आपकी आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है।

6.   चीनी की बजाय आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के इस्तेमाल से पाचन क्रिया पर विपरीत असर पड़ता है। यह आंतों में मौजूद बैक्टीरिया पर नकारात्मक असर डालता है, जिससे भूख कम लगती है। 

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