ठंड के मौसम में सर्दी के असर से बचने के लिए अकसर लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन शरीर को चाहे कितने ही गर्म कपड़ों से ढक लिया जाए परन्तु ठंड से लड़ने के लिए बॉडी में अंदरूनी गर्मी होनी चाहिए। अगर शरीर में अंदर से खुद को मौसम के हिसाब से ढालने की क्षमता हो तो ठंड कम लगेगी और आप को कोई भी बीमारियां नहीं होंगी। यही कारण है कि ठंड में खानपान पर विशेष रूप से ध्यान देने को आयुर्वेद में बहुत महत्व दिया गया है। सर्दियों में यदि खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए तो शरीर अंदर से संतुलित रहता है और सर्दी कम लगती है।
होम्योपैथिक डॉ विनीता ने बताया कि, “सर्दियों में भूख को दबाना नहीं चाहिए। । डॉ विनीता ने ये भी बताया कि सर्दियों में क्या खाना चहिये, और क्या नहीं खाना चाहिए, जिससे आप बीमारियों से दूर रहें –
– ठंडियों में हरी पत्तेदार सब्जियां बेहतरीन भोजन हैं क्योंकि उन में फाइबर, फौलिक ऐसिड, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक पदार्थ पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
-सर्दियों में कम चीनी वाली गाजर की खीर खाएं। सर्दियों में गाजर का विभिन्न रूपों में सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।सिट्रस फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं।इन का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और सर्दीजुकाम से लड़ने की ताकत देता है. इसलिए उन्हें खाने पर भी ध्यान दें।
-ठंडी में आप हल्दी वाला दूध पी सकते हैं जिस से आप संक्रमण से दूर रह सकते है।
-सर्दियों में सामान्य तापमान के भोजन का सेवन करना चाहिए और दिल के मरीजों को तेल युक्त एवं तले खाद्यपदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। संतृप्त वसा के बजाय खाना पकाने में असंतृप्त वसीय पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए, यानी रिफाइंड, जैतून या सरसों के तेल में खाना बनाना चाहिए
-सर्दियों में नमक का सेवन भी नियंत्रित मात्रा में करना चाहिए। इस से हठियों में कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है।
-मधुमेह के रोगियों को चीनी का सेवन नियंत्रित रूप से करना चाहिए।उन्हें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के सेवन से बचना चाहिए और कौंप्लैक्स कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना चाहिए।यानी साबूत गेहूं, जई और मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल करना उन की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
-पानी और तरल पदार्थों का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए और बच्चों व बुजुर्गों को ठंडी चीजों जैसे आइसक्रीम आदि के सेवन से बचना चाहिए।
– सिदयोंके मौसम में कई बार शादी-पार्टी में जाना होता है. ऐसे में लोग बिना कुछ सोचे समझे बहुत सी चीज खा लेते हैं . जो शरीर को नुकसान पहुँचती है।
– सिदयों में भूख काफी बढ़ जाती है. इसिलए ओवरईिटंग से बचना चाहिए।
– शक्कर का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए . सिदयों में सबसे ज्यादा चाय, कॉफी में चीनी का इस्तेमाल होता जिस से बचना चािहए.
– रात को भारी भोजन न कर. अगर आपका मन है पूरी-पराठे खाने का तो दिन के समय खा सकते हैं , लेकिन रात के समय तैलीय खाना बिल्कुल न खाए।
– सिदयों में आलस के कारण दो बार का खाना एक बार में बनाकर रख लेते हैं , लेकिन ऐसा करना सेहत के लिहाज से नुकसानदायक होता है. इसिलए रखा हुआ भोजन बिलकुल न करे।
– सिदयों में संतरा, कीवी, शरीफा, पाइनएपल, आदि मौसमी फलों का आनंद जरूर ले।
– सिदयों में ड्राई फ्रूड्स का सेवन अमृत के समान है. बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश आदि का सेवन करने से सर्दी -जुकाम सेब बच सकते है ।
– अगर मीठा खानेका मन करेतो गाजर की खीर, खजूर की खीर खा सकतेह, इस में नैचुरल मिठास होती है, जो कम नुकसान पंचाती है.
जो लोग सर्दियों में वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें वसा और तेल युक्त पदार्थों जैसे परांठों का सेवन नहीं करना चाहिए।उन के आहार में फाइबर, फलों, सलाद और तरल पदार्थों की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए।अनाज, मल्टीग्रेन आटा, ब्राउन ब्रैड और उच्च फाइबर से युक्त बिस्कुट भी वजन कम करने में मददगार होते हैं। अमरूद, गाजर, सेब, हरी पत्तेदार सब्जियां, कच्चे फल, संतरा और खीरा फायदेमंद होते हैं और घर में बने टमाटर, मिलीजुली सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों के सूप हमेशा बाजार में मिलने वाले पैक्ड सूप से बेहतर होते हैं।